धान की अगेती फसल तैयार, नरमा भी खिली बादलवाई और बूंदाबांदी से किसान चिंतित
बरसात व तेज हवाओं से पक चुकी धान की फसल जमीन पर बिछने से फसल के उत्पादन व क्वालिटी पर प्रभाव पड़ेगा।
क्षेत्र में बुधवार शाम को मौसम ने एक बार फिर से करवट बदल ली। बुधवार शाम को तेज हवाओं के साथ आसमान में बादल छा गए। मौसम के बिगडते से किसानों में चिंता बनी हुई है। किसानों का कहना है कि मौजूदा समय में धान की अगेती फसल पक चुकी है और नरमा की फसल भी खिलने लगी है। अब अगर बरसात होती है तो इससे धान व नरमा की फसल प्रभावित होगी।
बरसात व तेज हवाओं से पक चुकी धान की फसल जमीन पर बिछने से फसल के उत्पादन व क्वालिटी पर प्रभाव पड़ेगा। बरसात से नरमा की रुई की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। बुधवार दोपहर बाद फतेहाबाद शहर में बिल्कुल हल्की बूंदाबांदी भी हुई। बुधवार को जिले का अधिकतम तापमान 33 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मौसम आमतौर पर 21 सितंबर तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाएं आने की संभावना से एक क्षेत्रों में 19 सितंबर को आंशिक बादल, हवाएं चलने व गरज चमक के साथ कहीं कहीं छिटपुट बूंदाबादी या हल्की बारिश के आसार हैं।
इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट होने तथा वातावरण में नमी की मात्रा में बढ़ोतरी होने की भी संभावना है। परंतु 20 सितंबर से फिर से बारिश
की गतिविधियों में कमी आएगी।